Sunday 5 December, 2010

Fwd: नाबालिग नहीं कर सकते आरटीआई का इस्तेमाल!

---------- Forwarded message ----------
From: abhishek kumar <abhishek.glamartist@gmail.com>
Date: Sun, 5 Dec 2010 00:26:37 +0530
Subject: Re: नाबालिग नहीं कर सकते आरटीआई का इस्तेमाल!
To: urvashi sharma <rtimahilamanchup@gmail.com>
Cc: ashish kumar srivastava <aksri80@gmail.com>, Akhilesh Kumar Saxena
<akhileshsaxena09@gmail.com>, Himanshu Swarnkar
<himan.swarn@gmail.com>, nirajklko <nirajklko@yahoo.com>, rti
nirajlucknow <nirajklko@gmail.com>, alokqr <alokqr@gmail.com>,
patrakarsadan <patrakarsadan@gmail.com>, jusufkabir
<jusufkabir@gmail.com>, IZHAR AHMAD <rti.lucknow@rediffmail.com>,
Izhar Ansari <izharansari@rtiactiongroup.org>, rti youth
<rti.youth@gmail.com>, "mahendra@ PROJECT VIJAY"
<mps.simco@gmail.com>, Anil Jani <aniljani1008@rediffmail.com>, bimal
khemani <bimal.khemani@yahoo.co.in>, Parivartan India
<parivartan_india@rediffmail.com>, neel kamal
<shvfoundation@gmail.com>

मेरी बात आपको बहुत तकलीफ दे रही होगी आपको,मै नहीं चाहता था की मै ऐसा लिखूँ I
मेरी किसी बात से आपको तकलीफ पहुची है तो उसके लिए मै माफ़ी चाहूँगा I मै जो
आपको बताना चाहता था वो आप लोग शायद समझ न पाए या यूँ कहूँ कि मै समझा नहीं
पाया I

एक बच्चा अपने बच्चपन मै सोचता है कि वो बड़ा हो कर क्या बनेगा "वो कभी
सोचेगा डॉक्टर ,तो कभी सोचेगा आर्टिस्ट आदि बहुत कुछ सोचेगा " मै बस चाहता हूँ
कि बच्चा अपना अभी बच्चपन जिए I

जिसको मिल रहा है उस बच्चे का मजाक बना कर रख दिया है ,जिसको जो मिला उस बच्चे
पर अपने बाड़ों कि वर्षा कि I अरे यार कभी तो सोचो बच्चा क्या चाहता हैं ?

आपस कि लड़ाई मे क्रपा करके बच्चे को मत खिचो I


मै एक बार फिर से आप सभी से माफ़ी चाहूँगा ,जो मैंने शब्दों का चयन किया था
वो सायद हो सकता है वो गलत हो ,पर मेरा सोचना गलत नहीं था I

बच्चा भगवान का रूप होता है उसको भगवान समझ कर छोड़ दो I

अखिलेश जी और उर्वशी जी आप लोगो से करबद्ध प्रार्थना है कि व्यंग्यात्मक मेल
मेरे को न करे ,अन्यथा कि स्तिथि मै आपके मेल google spam मे डाल दूंगा I

देश और समाज कैसे अच्छा हो सकता है इसकी बात करेंगे तो मै और मेरे साथ के लोग
आप सभी के साथ रहेंगे I


jai hind

2010/12/4 urvashi sharma <rtimahilamanchup@gmail.com>

> abhishekji
>
> The language of your mail is uncultured and derogatory to a girl
> child . it amounts to verbal abuse of a girl child for which our
> organization shall raise a complaint with National Commission for
> protection of child rights and national commission for women
> against you.
>
> regards
>
> urvashi sharma
>
>
>
> On 12/4/10, abhishek kumar <abhishek.glamartist@gmail.com> wrote:
> > आप लोग करना क्या चाहते हैं?एक तो आपने सूचना के अधिकार का तमासा बना दिया
> है
> > और दूसरा बच्चे के बचपन का I
> > कृपा करके बच्चे को बच्चपन को छोड़ दे I ये बच्चपन दुबारा नहीं मिलेंगे I
> अध्
> > खिली कली को जबरदस्ती फूल न बनाये I
> >
> > मुझे लगा की आप लोग बहुत समझदार हैं ,पर आप लोंगो की ऐसी हरकत को देख कर
> मुझे
> > रोना आ रहा है I
> >
> > माँ ,बाप जो सपने खुद नहीं पूरा कर पाते हैं , वो सपने अपने बच्चों मे देख
> > कर पूरा करते हैं ,ये human tendency हैं I पर इस कदर सपने पूरा न करें
> ,कि
> > मासूम की मासूमियत भी उस से दूर न हो जाये I name or fame ऐसी चीज है जो शेर
> > कें मुह मे खून लगने के समान हैं,अगर इसकी भूख लग गई तो बच्चा अपने बच्चपन
> को
> > भूल कर नाम पाने की प्रतियोगिता मे कूद पड़ेंगा I अभी तो बहुत अच्छा लग रहा
> पर
> > बात मे यही ज़हर का भी काम करेंगा I इतना मुझे आपसे अनुरोध हैं,कृपा करके
> > बच्चे के बच्चपन को छोड़ दे I
> >
> > करबद्ध प्रार्थना है सभी rti activist से कि बच्चे को लेकर तमाशा न बनाये I
> > बच्चे के बच्चपन को बचाने के लिए सभी प्रार्थना करें I
> >
> > 2010/12/4 ashish kumar srivastava <aksri80@gmail.com>
> >
> >> *आन्धिया हमको डराती है, तो डरा लेने दो *
> >> *हम न छोडेंगे चमन खाक में मिल जाने तक *
> >>
> >>
> >>
> >> Warm Regards,
> >> Ashish K. Srivastava
> >> Social Activist,
> >> Asha Parivar, NAPM,
> >> Al-Khair credit Cooperative Society
> >> Save Cultural value Foundation,
> >> SAMAR
> >> Lucknow, Uttar Pradesh,
> >> India
> >> Cell. No.
> >> +91-9198864150
> >> +91-9473896465
> >>
> >>
> >>
> >> 2010/12/3 urvashi sharma <rtimahilamanchup@gmail.com>
> >>
> >>
> http://www.bhaskar.com/article/NAT-minors-cannot-use-rti-act-1612393.html
> >>>
> >>> लखनऊ. सूचना के अधिकार के तहत कोई नाबालिग जानकारी नहीं मांग सकता। यह
> >>> कहना है उत्तर प्रदेश सूचना आयोग का। आयोग ने चौथी कक्षा के एक
> >>> विद्यार्थी का आवेदन यह कहते हुए खारिज कर दिया। इस विद्यार्थी ने
> >>> मुख्यमंत्री कार्यालय से गायब दस्तावेजों का ब्योरा मांगा था।
> >>>
> >>>
> >>>
> >>> यह भी कम आश्चर्यजनक नहीं कि सूचना के अधिकार कानून के किसी भी प्रावधान
> >>> में आवेदक की न्यूनतम या अधिकतम उम्र का कोई उल्लेख नहीं है। इसमें केवल
> >>> यह लिखा है कि भारत का कोई भी नागरिक दस रुपए की फीस जमा करवा कर पब्लिक
> >>> अथॉरिटी से जानकारी हासिल कर सकता है।
> >>>
> >>>
> >>>
> >>> केंद्रीय सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त एएन तिवारी का भी यही कहना
> >>> है कि इस कानून में कहीं नहीं लिखा है कि इसका इस्तेमाल केवल 18 साल से
> >>> अधिक उम्र के लोग ही कर सकते हैं। तिवारी ने कहा कि इसके लिए कोई आयुसीमा
> >>> नहीं है।
> >>>
> >>>
> >>>
> >>> क्यों जरूरत पड़ी : कोई जवाब न मिलने पर उसने पता किया तो मुख्यमंत्री
> >>> कार्यालय ने बताया कि उसे कोई शिकायत नहीं मिली। तब इस बच्ची ने आरटीआई
> >>> के तहत आवेदन देकर जानना चाहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से ऐसी कितनी
> >>> शिकायतें गायब हुई हैं तथा इसके लिए कौन जिम्मेदार है।
> >>>
> >>>
> >>>
> >>> चकरा गया मुख्यमंत्री कार्यालय : बच्चे के इस आवेदन पर मुख्यमंत्री
> >>> कार्यालय चकरा गया। उसने जवाब दिया कि उसे कोई आवेदन ही नहीं मिला। लेकिन
> >>> स्कूल के बाहर पड़ा कचरा हटवा दिया गया।
> >>>
> >>>
> >>>
> >>> नहीं रुकी बच्ची : बच्ची राज्य सूचना आयोग पहुंची। मुख्य सूचना आयुक्त
> >>> रणजीत सिंह पंकज ने जवाब दिया कि पृथम दृष्टया आवेदन कर्ता नाबालिग है
> >>> तथा भारतीय बालिग कानून के तहत बालिग की परिभाषा में नहीं आता। सूचना का
> >>> अधिकार अर्ध न्यायिक प्रक्रिया है इसलिए कोई नाबालिग आरटीआई कानून के तहत
> >>> कार्यवाही नहीं कर सकता। उसने ऐश्वर्या को सलाह दी कि वह अपने अभिभावक के
> >>> माध्यम से आवेदन करे।
> >>>
> >>>
> >>>
> >>> स्कूल के बाहर कचरा
> >>>
> >>>
> >>>
> >>> उत्तर प्रदेश के ताजा मामले में 9 साल की ऐश्वर्या शर्मा ने स्कूल के
> >>> बाहर पड़े कचरे की शिकायत स्कूल की कापी के पन्ने पर मुख्यमंत्री मायावती
> >>> के कार्यालय में की थी।
> >>>
> >>>
> >>>
> >>>
> >>>
> http://www.bhaskar.com/article/NAT-minors-cannot-use-rti-act-1612393.html
> >>> --
> >>> Urvashi Sharma
> >>> Founder , Convener - YAISHWARYAJ
> >>> Vice President - Save Culture Value Foundation
> >>> Member - NAPM , NCPRI , PUCL , ASHA PARIVAAR
> >>>
> >>> RTI Helpmail( Web Based )
> >>> aishwaryaj2010@gmail.com
> >>>
> >>> Mobile Rti Helpline
> >>> 8081898081 ( 8 A.M. to 10 P.M. )
> >>>
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> > with regards,
> > Abhishek
> > +91-9919767128
> > email id: abhishek.swatantra@realherokikhoj.in.
> > youthinitiative@ymail.com.
> > www.weneedchange2020.blogspot.com
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> Urvashi Sharma
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