Saturday 7 July, 2012

राजेश चन्द्रा, पूर्व प्रधानाचार्य, राजकीय गोविन्द बल्लभ पन्त पॉलीटेक्निक वर्तमान निवासी अवलोकितेश्वर चंधन विला, ७६ ए ,मोनार्क सिटी फेज - १ , पारा रिंग रोड , पोस्ट राजाजीपुरम,लखनऊ, द्वारा राजकीय सरकारी अभिलेखों में कूटरचना करने आदि जालसाजी के अपराधों

राजेश चन्द्रा ,पूर्व प्रधानाचार्य, राजकीय गोविन्द बल्लभ पन्त
पॉलीटेक्निक वर्तमान निवासी अवलोकितेश्वर चंधन विला ,७६ ए ,मोनार्क सिटी
फेज - १ ,पारा रिंग रोड, पोस्ट राजाजीपुरम,लखनऊ एक जालसाज प्रवृति का
व्यक्ति है l यद्यपि राजेश चन्द्रा का राजकीय गोविन्द बल्लभ पन्त
पॉलीटेक्निक में प्रधानाचार्य का कार्यकाल दिनांक ०३-०२-१२ को समाप्त हो
चुका था जैसा कि संयुक्त सचिव समाज कल्याण लखनऊ सत्येन्द्र कुमार सिंह
ने आदेश संख्या ६०१ दिनांक २७-०२-१२ में लिखा ,तथापि इस जालसाज ने उक्त
संस्था में ०३-०२-१२ के बाद भी अवैध रूप से कार्य किया l नीलम अहलावत
- विशेष सचिव समाज कल्याण के आदेश संख्या ८३६ दिनांक २१ मार्च २०१२ के
अनुसार भी प्रधानाचार्य का पद दिनांक ०३-०२-१२ के बाद से रिक्त था l
वर्तमान प्रधानाचार्य ने अपने पत्रांक सी-२७४ दिनांक ११ मई १२ के बिंदु
११ में स्पस्ट किया है कि ०३-०२-१२ से आगे राजेश चंद्रा संस्था में
कार्य करने के लिए अधिकृत ही नहीं था l वर्तमान प्रधानाचार्य ने
अपने पत्रांक १२८-३६ दिनांक १६-०४-१२ द्वारा बिभिन्न अधिकारियों से
राजेश चन्द्रा के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा ४२० एवं अन्य
संगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करने की अपेक्षा की थी परन्तु कार्यवाही
न होने से इस जालसाज की जालसाजियाँ बढ़ती ही जा रही हैं l

पूर्व में राजेश चन्द्रा ने एक ही डिसपैच नंबर से दो पत्र जारी करने की
जालसाजी कर सरकार को २५०००/- के राजस्व का नुकसान कराया l पत्रांक
८७४-८२ दिनांक २६-११-१२ से दो पत्र डिसपैच कर सूचना के अधिकार के दंड की
कटौती रोकी गयी l
अब राजेश चंद्रा ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् के सदस्य सचिव को
फर्जी पत्र प्रेषित किया है और १००/- के स्टाम्प पेपर पर झूठा शपथपत्र
नोटरी कराकर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् के समक्ष प्रस्तुत किया
है l प्रधानाचार्य राजकीय गोविन्द बल्लभ पन्त पॉलीटेक्निक के पत्रांक
सी ४५७ दिनांक १४-०६-१२ द्वारा इस जालसाजी का खुलासा हुआ है lसंस्था का
प्रधानाचार्य न होने पर भी राजेश चंद्रा ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा
परिषद् के सदस्य सचिव को फर्जी डिसपैच नंबर २८१/२०१२/अपील दिनांक
२४-०४-१२ द्वारा प्रेषित किया है l यही नहीं, राजेश चंद्रा ने दुस्साहस
की पराकाष्ठा पार करते हुए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् के सदस्य
सचिव के समक्ष झूठा शपथपत्र देने का संगीन अपराध भी किया है l

वर्ष २०११-१२ के लिए संस्था राजकीय गोविन्द बल्लभ पन्त पॉलीटेक्निक का
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् से अनुमोदन न होने पर भी राजेश
चन्द्रा ने तत्कालीन सचिव प्राविधिक शिक्षा परिषद् उत्तर प्रदेश
सुरेन्द्र प्रसाद की मिलीभगत से संस्था में छात्र - छात्राओं का प्रवेश व
परीक्षा कराकर सैकड़ों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है l

राजाजीपुरम , लखनऊ निवासी सामाजिक कार्यकत्री उर्वशी शर्मा ने
उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर राजेश चन्द्रा पूर्व प्रधानाचार्य, राजकीय
गोविन्द बल्लभ पन्त पॉलीटेक्निक वर्तमान निवासी अवलोकितेश्वर चंधन विला,
७६ ए, मोनार्क सिटी फेज - १ ,पारा रिंग रोड ,पोस्ट राजाजीपुरम ,लखनऊ एवं
सुरेन्द्र प्रसाद तत्कालीन सचिव प्राविधिक शिक्षा परिषद् उत्तर प्रदेश के
विरुद्ध उक्त अपराधों की प्रथम सूचना रिपोर्ट भारतीय दंड संहिता
की संगत धाराओं में दर्ज कराने एवं विभागीय अनुशासनात्मक कार्यवाही
कराने की अपील की है l

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